Description
कथाकार : अश्विनी कुमार पंकज
इसमें झारखंड नवनिर्माण के ऐतिहासिक संघर्ष के अंतर्द्वंद्व और विरोधाभासों से गुजरते झारखंडी समाज के आज की कहानियां हैं। जहां एक ओर संघर्ष चेतना से लैस राज्यसत्ता के साथ सीधे मुठभेड़ में ग्रामीण हैं तो दूसरी ओर पढ़ा-लिखा झारखंडी ‘दलाल’ तबका भी है। बहुचर्चित कथाकार अश्विनी कुमार पंकज की कहानियों का महत्वपूर्ण संकलन।
प्रकाशक: प्यारा केरकेट्टा फाउंडेशन, रांची (झारखंड)
प्रकाशन वर्ष: 2010, पृष्ठ: 80
ISBN : 978-93-81056-07-3
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