Description
Bhasha Kar Rahi Hai Dawa
अश्विनी के काव्य पंक्तियों से गुजरते हिन्दी कविता की रघुवीर सहाय की परम्परा से आपकी मुलाकात होती है वही गद्यात्मकता का सौन्दर्य, वही आन्तरिक लय अपनी पूरी ताकत के साथ यहाँ मौजूद है। एक संवेदनशील कवि और एक्टीविस्ट की लंबी कविता पुस्तिका।
प्रकाशक: प्यारा केरकेट्टा फाउंडेशन, रांची झारखंड
प्रकाशन वर्ष: 2009, पृष्ठ: 32, मूल्य: 20
ISBN : 978-93-81056-03-5
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