Description
डॉ. तुनुङ ताबिङ अरुणाचल की युवा कवयित्री हैं और ‘गोमpí गोमुk’’ उनका पहला कविता संग्रह है। जयपाल जुलियुस हन्ना साहित्य पुरस्कार 2023 से सम्मानित यह काव्य कृति एक प्रकार से तानी आदिवासी जीवन की प्रतिध्वनि है। डॉ. ताबिङ के अनुसार अपनी भाषा में ही किसी भी आदिवासी की पहचान झलकती है। जिसमें आदिवासियत होती है, चिरकाल से चली आ रही हमारे पूर्वजों की ज्ञानधारा होती है। अतः एक सजग ‘तानी’ बेटी होने का दायित्व निभाते हुए इस संग्रह में मैंने अपनी मातृभाषा में झलकती आदिवासी जीवन के ध्वनि-प्रतिध्वनियों को सहेजने की कोशिश की है।’ पाठकगण इस संग्रह में मूल आदी-मिन्योंङ भाषा के साथ-साथ हिंदी में कविताओं का आनंद ले सकेंगे।
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